CHANGE OF SIGN
शनि ने अपना राशि परिवर्तन किया। जल तत्व राशि से अग्नि तत्व राशि ,धनु राशि में आगमन ।कल रात 20:18:41 बजे शुक्र का राशि परिवर्तन वायु तत्त्व राशि से जल तत्व राशि ,मीन राशि में।दोनों ग्रहों के राशि परिवर्तन में सबसे गौर करने वाली बात ये है कि दोनों बृहष्पति की राशि में जाकर बृहष्पति से दृष्टि संबंध बना रहे हैं। शुक्र जहाँ mutual aspect में होगा वहीं शनि बृहष्पति को देखेगा ।शुक्र से बड़ा राजनीतिक जानकार कोई नहीं है। शनि जन समूह को दर्शाता है तो बृहष्पति राजधर्म को ।विश्व राजनीति इस समय नया मोड़ लेने की ओर अग्रसर। बृहष्पति कन्या राशि में ।अग्नि,जल,वायु ( नितांत विपरीत विचारधाराओं ) के बीच सम्यक् संतुलन बनाए रखने की कोशिश । शनि,धनु राशि में अर्थात् जब संतुलन की प्रक्रिया शुरु हो तब मन रूपी अश्व को साधकर रखने की जरूरत। शुक्र,मीन राशि में अर्थात् मन रूपी अश्व को साधकर राजनैतिक संतुलन की प्रक्रिया जो शुरू होगी उसमें लगातार मंथन के बाद कंक्रीट निकल कर आने का संकेत। इस प्रक्रिया में मंगल की सहभागिता स्थिति को थोड़ी उग्रता अवश्य प्रदान कर रहा है परन्तु कभी कभी बड़े और संरचनात्मक बदलाव के लिए आक्रामक और कठोर कदम उठाने पड़ते हैं।अच्छे बदलाव का संकेत।
Dear Krishna-ji,
ReplyDeleteHow do you see the effect of Shani's 10th Aspect on Jupiter ? It is one way only as Jupiter cannot aspect Shani. Previously, when Jup was in Leo and Shani was in Scorpio, similar one-sided aspect was there. We did not see much of good days. Only difference now is - Shani is in Jup's sign.
But the condition might change when Jup goes retro (Feb 6-June 09) and then goes to Libra (Sept 11). In the meantime Shani goes Retro (April 06), goes back to Scorpio (June 20) remains retro till Aug 25, Becomes Margi and moves back to Dhanu by Oct, 26 . My feeling is - the conditions will keep fluctuating till October. And BJP will keep floundering.
regards
Chakraborty
नमस्ते
ReplyDeleteमैंने उग्र और आक्रामक स्थिति की चर्चा की है।साथ ही साथ मैं अपने 12 अक्तूबर के पोस्ट में ही ,जुलाई /अगस्त के महीनों की चर्चा ,भारत के सन्दर्भ में कर चुकी हूँ ( आंतरिक अस्थिरता) ।
आपने सही आकलन किया है।
Regards
Krishna