SIMPLE ASTROLOGY
2016 के जुलाई और दिसम्बर में ग्रहों ने जो संकेत दिए थे सब कुछ वैसे ही घटित हो रहा है।
ज्योतिषशास्त्र एक प्रत्यक्ष शास्त्र है ...
भारत के सन्दर्भ में जून ,जुलाई और अगस्त का महीना आंतरिक अस्थिरता के साथ साथ सीमा पर भी अस्थिरता लाने वाला होगा,इसकी चर्चा भी पहले हो चुकी है।
भारत और चीन के बीच का तनाव फिलहाल खत्म होने वाला नहीं बल्कि इसके थोड़ा और तल्ख होने का संकेत। खासकर अगस्त पहले सप्ताह में चीन द्वारा छद्म वार का संकेत।
चीन में अगस्त का महीना प्राकृतिक आपदा का भी संकेत दे रहे हैं।
7 अगस्त को होने वाले partial lunar eclipse के समय सूर्य,शुक्र और केतु के बीच का गुप्त गठबंधन और मंगल,शनि,राहु,चंद्र,बुध और बृहष्पति का गुप्त गठजोड़ वैश्विक स्तर पर जहाँ एक ओर आगजनी और विस्फोट की स्थिति तैयार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर बिहार में चल रहे गठबंधन की रस्साकशी का निर्णायक स्तर पर पहँचने की संभावना।ऐसा संकेत मिलता है कि हो सकता है संबंधों में रस की कमी हो जाए लेकिन संबंध बना रहे।
Dear Sir,
ReplyDeleteWish you had some Good pointers as well. The situation you are describing is Worrisome to say the least. When would we see something good for India ? Will that happen after Saturn turns direct .. or Jupiter goes to Libra ?
regards
Chakraborty
नमस्ते
ReplyDeleteभारत के सन्दर्भ में फिलहाल अच्छे संकेत नहीं है ग्रहों द्वारा।आंतरिक अस्थिरता,अलग राज्य की मांग अभी और बढ़ने का संकेत।
भारत का प्रारब्ध है यह ,क्या कर सकते हैं ..
Regards
Krishna
Dear Sir,
ReplyDelete// बिहार में चल रहे गठबंधन की रस्साकशी का निर्णायक स्तर पर पहँचने की संभावना।ऐसा संकेत मिलता है कि हो सकता है संबंधों में रस की कमी हो जाए लेकिन संबंध बना रहे।//
That MahaGathBandhan or MahaThugBandhan has been broken.
regards