DEBILITATED SUN

सूर्य के तुला राशि में प्रवेश ( सूर्य का नीच का होना ) के समय बृहष्पति का केतु से वेध और शुक्र का मंगल और चंद्र से वेध जहाँ एक ओर वित्तीय अनियमितताओं/ वित्तीय chaos का संकेत दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सांप्रदायिकता / आगजनी के दृष्टिकोण से सही संकेत नहीं दे रहे हैं ।पश्चिमी दिशा / उत्तर पूर्व दिशा / दक्षिण दिशा से सांप्रदायिक घटनाओं/ आगजनी का संकेत।
पर सबसे महत्वपूर्ण बात ये है की इस समय ग्रहों के बीच मानो गुप्त संधि की जा रही हो ।शुक्र ( माया) ,शनि ( अनुशासन ) के बीच का गुप्त संधि जहाँ अंतर्कलह का संकेत दे रहे हैं वहीं चंद्र ( मन ) और बुध ( बुद्धि) के बीच का गुप्त संधि इसे बल प्रदान कर रहे हैं परंतु सूर्य ( आत्मा ) , बृहष्पति ( जीव ) और मंगल ( आत्मबल ) के बीच की गुप्त संधि इसे अपना आशीर्वाद दे रहे हैं, स्थिति को भयावह होना से बचा रहे हैं अर्थात् स्थिति को नियंत्रित कर लिया जाएगा ।
सबसे महत्वपूर्ण बात सूर्य ,बृहष्पति और मंगल के बीच होने वाले गुप्त संधि की अर्थात् विश्व की तीन super power ,जो तत्वतः एक दूसरे से भिन्नता रखते हैं ,के बीच इस महीने किसी गुप्त pact का संकेत । विश्व राजनीति में नया मोड़ ।ये इस समय का सबसे अहम् संकेत है ।

Comments

  1. You have written that :

    a) Gupt Sandhi between Sani & Venus : Both are in same Rasi, Scorpio. Is that the reason ?
    b) Moon is in Aries, Mars is in Sagittarius and Me/Ju in Virgo. As per traditional Jyotish, there is no Direct aspect. However, as per Pataka Chakra, there will be aspect (Aries Virgo and Sagittarius will have vedha on each other). Is that the reason for Gupt Sandhi ?

    regards

    Chakraborty

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  2. जी आपने सही कहा।
    Regards

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    Replies
    1. Sorry if my comments have irritated you. That was never my intention. As a regular follower of your blog, I do try to understand the logic behind your short and precise writing.

      regards

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  3. अरे sorry क्यों ? आपने मन में आए सवालों को पूछा अच्छा किया।

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