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Showing posts from September, 2018

RECESSION / DEPRESSION ??

ARE WE HEADED FOR ANOTHER RECESSION OR WILL IT BE A DEPRESSION THIS TIME? The Great Depression was a worldwide economic depression that lasted 10 years. Its kickoff was “Black Thursday," October 24, 1929. That's when traders sold 12.9 million shares of stock in one day, triple the usual amount. Over the next four days, stock prices fell 23 percent in the stock market crash of 1929. We witnessed another great recession but thankfully not a depression in 2008. The Great Recession, which officially lasted from December 2007 to June 2009—began with the bursting of an 8 trillion dollar housing bubble.  The resulting loss of wealth led to sharp cutbacks in consumer spending.  This loss of consumption, combined with the financial market chaos triggered by the bursting of the bubble, also led to a collapse in business investment. As consumer spending and business investment dried up, massive job loss followed.  In 2008 and 2009, the U.S. labour market lost 8.4 million jobs, or 6

SIMPLE ASTROLOGY

आज के समाचारपत्रों में छापी जाने वाली ख़बरों में से दो खबर महत्वपूर्ण हैं . चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव और दक्षिणी कोरिया के राष्ट्रपति का उत्तर कोरिया से अपने संबंधों को सुधारे जाने की दिशा में एक कदम उठाए जाने की खबर . महत्वपूर्ण खबर इसलिए की जहाँ एक तरफ उत्तर कोरिया को चीन और रूस का सह मिला हुआ है वहीँ दक्षिण कोरिया को अमेरिका का . अर्थात परोक्ष या अपरोक्ष रूप से खेल जो दिख रहा है वो नहीं है .खेल महाशक्तियों के चंगुल से खुद को निकाले जाने का है.एक तरफ जहाँ अमेरिका और च ीन के बीच व्यापार को लेकर आपसी टकराहट बढ़ती जा रही है वहीँ दूसरी ओर इन दोनों का हस्तक्षेप पूरे एशिया में बना हुआ है. ऐसे में भारत, जो की एक उभरती हुई महत्वपूर्ण शक्ति (साल 2012 से इसकी शुरुआत हुई है ) है , की तरफ सबका ध्यान बरबस ही जाता है . महाशक्तियों के बीच इस बनते बिगड़ते समीकरणों के बीच , निकट भविष्य में क्या भारत की स्थिति इतनी मजबूत होगी की वह विश्वशक्ति भी बने और क्रम से किसी भी विश्वशक्ति के साथ अपनी शर्तो पर सौदेबाजी कर सके ?? कुछ समय पहले ग्रहों ने हमें 2018 में नेपाल और बांग्लादेश की गतिविधियों पर नज़

ज्योतिषशास्त्र

उपनिषद् उप- close नि - vaccum षद्- sit अर्थात् ,बाहरी उपद्रव वाले बिंदूओं को बंद करके ,भीतर से खाली होकर बैठ जाना। इसके बाद ही हम सही मायनों में सृजनशील हो सकते हैं .. निर्माण कर सकते हैं .. जरूरत है एक एक शब्दों के सही अर्थ तक जाने का  .. एक शब्द बाजश्रवा बाज शब्द के कई मायने बाज..पक्षी बाज..बोलना और बाज का मतलब अनाज भी । श्रव - दान देने से दानदाता को जो कीर्ति मिलती है उसे श्रव कहते हैं । इसलिए यहां बाज का मतलब होगा अनाज । ज्योतिषशास्त्र के रहस्यों को उजागर करने में उपनिषद का मार्गदर्शन .. ज्योतिषशास्त्र के सही स्वरुप से लोगों का साक्षात्कार कराना है तो हमें गहराइ में गोता लगाना होगा । एक एक पहलू के विभिन्न आयामों से मिलना होगा । एक छोटा सा उदाहरण.. ज्योतिष में सूर्य और चन्द्र के अलावे जब दो ग्रहों के बीच नजदीकी बढती है तो उसे ग्रहों का ग्रह युद्ध में जाना कहा जाता है ,(जब दोनों ग्रहों के बीच की नजदीकी 1* रहे )।ज्योतिषशास्त्र के पुस्तकों ने ग्रह युद्ध के बारे में इससे आगे कोई चर्चा नहीं की है । जरूरत है इसकी गूढ़ता को समझने का .. अद्भुत है यह पाँच प्रकार की नजद